आसौं के साल
बड़ा दुःख पायन,
कइसो मइसो बीज लहायन,
जोत बोय के फसल उगायन,
एतनेन मा जब परगा झूरा…
करम मा परगा करजा कूरा l
झुरान फसल का कूट काट के,
लड़िकन काहीं दीन खबायन,
जर बोखार मा जिउ चोकरा है,
बैदन काहीं नहीं देखायन l
पइसा कौडी नही आय दादू,
एहिन से तुम्हरे घर आयन,
करजा नही पटा पहिलेन के,
लाजन नयन बचायन l
परा उपास पुतहिता मरगय,
सूजी जक्सन खुब लगबायन,
हमहू मरिथे जिउ के मारे,
जाड़े मा ओढ़नन के किल्लत,
खूब दिख्यन मजबूरी लाला,
दइउ न डारे एतना जिल्लत l
सालन होइगा दांय का हांके,
झूरा माही कुछू न खायन,
ई बेरी जो जी गयन दादू,
समझा सलगी दुनिया पायन .l